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वीस्कूल ने भारत के पहले पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन टेम्पल मैनेजमेंट के दूसरे बैच के लिए प्रवेश की घोषणा की

आध्यात्मिक धरोहर और आधुनिक प्रबंधन पद्धतियों के बीच बना सेतु

मुंबई। प्रिन्सिपल एल. एन. वेलिंगकर इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट डेवलपमेंट एंड रिसर्च (वीस्कूल), मुंबई ने भारत के पहले पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन टेम्पल मैनेजमेंट (पीजीपीटीएम) के दूसरे बैच के लिए प्रवेश प्रारंभ करने की घोषणा की है। यह बैच सितम्बर 2025 से शुरू होगा।

यह घोषणा इस वर्ष की शुरुआत में पहले बैच के सफल समापन के बाद की गई है, जो भारत में मंदिर प्रबंधन को एक पेशेवर शैक्षिक क्षेत्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में वीस्कूल का महत्वपूर्ण कदम है।

टेम्पल कनेक्ट के सहयोग से तैयार किया गया यह कार्यक्रम देश का पहला प्रयास है, जिसका उद्देश्य मंदिरों और पूजास्थलों के प्रशासन को पेशेवर और वैज्ञानिक प्रबंधन दृष्टिकोण से सशक्त बनाना है। यह पाठ्यक्रम इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि श्रद्धालुओं को सहज अनुभव मिले और मंदिर आध्यात्म, सांस्कृतिक धरोहर तथा सामुदायिक जुड़ाव के केंद्र के रूप में और मजबूत बनें।

पीजीपीटीएम कार्यक्रम की विशेषताएँ:

पाठ्यक्रम में समुदाय प्रबंधन, आध्यात्मिक अर्थव्यवस्था की समझ, धरोहर संरक्षण और धार्मिक संस्थानों में प्रबंधन उत्कृष्टता जैसे विषय शामिल हैं।

कक्षा शिक्षण के साथ छात्रों को अनुभवात्मक शिक्षा भी मिलेगी, जिसमें मंदिर यात्राएँ, विशेषज्ञों से संवाद और विविध प्रबंधन पद्धतियों का प्रत्यक्ष अवलोकन शामिल है।

इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर स्वीकार्यता मिल रही है। पहले बैच में ISKCON चौपाटी, ऋषिकेश, जीवदानी देवी मंदिर से जुड़े प्रतिभागियों के साथ-साथ कॉर्पोरेट क्षेत्र के पेशेवर भी शामिल हुए थे। इस वर्ष सितम्बर 2025 में प्रवेश संख्या बढ़कर 60 तक पहुँचने की संभावना है, जो पहले की तुलना में तीन गुना होगी।

वीस्कूल के ग्रुप डायरेक्टर प्रो. डॉ. उदय सालुंखे ने इसपर अपनी बात रखते हुए कहा,
“पीजीपीटीएम के पहले बैच का स्नातक होना इस बात का प्रमाण है कि वीस्कूल समाज की बदलती आवश्यकताओं के अनुरूप अग्रणी प्रबंधन कार्यक्रम विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पाठ्यक्रम आधुनिक प्रबंधन पद्धतियों और भारत की आध्यात्मिक धरोहर को एक साथ जोड़कर विद्यार्थियों को विशिष्ट कौशल प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य ऐसे पेशेवर तैयार करना है, जो मंदिर प्रशासन और उससे आगे भी सार्थक प्रभाव डाल सकें।”

आज भारत के मंदिर केवल पूजा स्थलों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि वे आध्यात्म, संस्कृति और सामुदायिक जुड़ाव के केंद्र बन चुके हैं। इस दृष्टि से पीजीपीटीएम एक अग्रणी पहल है, जो प्रशिक्षित और दक्ष प्रबंधन पेशेवरों की नई पीढ़ी तैयार करेगा। यह कार्यक्रम वीस्कूल की उस सोच को भी प्रतिबिंबित करता है, जिसमें शिक्षा को सामाजिक उत्तरदायित्व माना गया है और जिसके माध्यम से प्रबंधन ज्ञान का उपयोग सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्थानों के सशक्तिकरण में किया जाता है।

सितम्बर 2025 बैच के लिए प्रवेश अब खुले हैं।