बीते कुछ सालों में देश में यूपीआई की लोकप्रियता काफी बढ़ी है. आज के समय में बड़े शहरों से लेकर दूर-दराज के गांवों तक लोग पेमेंट के लिए सबसे ज्यादा यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि कई बार इसमें लोगों को दिक्कतें भी आ जाती हैं. खासकर उस समय लोगों को परेशानी होने लगती है, जब बार-बार यूपीआई ट्रांजेक्शप फेल होने लगते हैं. आरबीआई ने अब इसका कारण बताया है.
सक्षम है एनपीसीआई की तकनीक
भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि ऑनलाइन पेमेंट करने में लोगों को बैंकों के सिस्टम में खामी की वजह से दिक्कतें आती हैं. इसके लिए यूपीआई या एनपीसीआई जिम्मेदार नहीं है. यूपीआई और एनपीसीआई की तकनीक इस तरह से सक्षम है कि किसी भी हाल में पेमेंट फेल नहीं हों. यूपीआई पेमेंट फेल होने की बड़ी वजह बैंकों की कमजोर टेक्नोलॉजी है. इसी कारण रिजर्व बैंक सभी बैंकों को टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए कहते रहता है.
आरबीआई ने बताया ये कारण
बीते सप्ताह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक हुई. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए यूपीआई पेमेंट फेल होने के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा- डाउनटाइम यानी पेमेंट सिस्टम में दिक्कत से जुड़े सभी मामलों में सेंट्रल बैंक ये चेक करता है कि क्या एनपीसीआई की ओर से कोई रुकावट आ रही है. जांच में पाया गया कि एनपीसीआई की ओर से कोई समस्या नहीं है. ये दिक्कत बैंकों की ओर से है.
पिछले महीने हुए इतने ट्रांजेक्शन
यूपीआई अभी डेली ट्रांजेक्शन में नए रिकॉर्ड बना रहा है. एनपीसीआई के आंकड़े बताते हैं कि मई में प्रतिदिन औसतन 45 करोड़ से ज्यादा यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए. वहीं मई 2024 में विभिन्न बैंकों में डाउन-टाइम के 31 मामले आए, जिनकी वजह से पेमेंट गेटवे 47 घंटे से ज्यादा समय के लिए बंद रहे. यूपीआई के बढ़ते इस्तेमाल के साथ उसके ऊपर लोगों की निर्भरता बढ़ रही है और ऐसे में डाउन-टाइम से बड़े स्तर पर दिक्कतें आ जाती हैं.
खुद ही वापस आ जाता है रिफंड
यूपीआई फिर भी काफी सुरक्षित पेमेंट मोड है. इसमें अगर आपका ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है और आपके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं, तो ज्यादातर मामलों में पैसे खुद ही रिफंड के रूप में वापस आ जाते हैं. आम तौर पर रिफंड आने में एक घंटे से कम समय लगता है. कुछ मामलों में इससे ज्यादा समय लगता है और रिफंड के लिए 24 से 48 घंटे का इंतजार करना पड़ जाता है. उसके बाद भी रिफंड नहीं आने पर आप आगे शिकायत कर सकते हैं.