आप भी अगर पहली बार संयुक्त अरब अमीरात छुट्टी मनाने के लिए जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. अबू धाबी या दुबई पहुंचने से पहले यह जरूर पक्का कर लें कि आपके बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड का मिनिमम बैलेंस 60 हजार रुपये हो आपके पास रिटर्न टिकट भी हो. ऐसा नहीं होने पर आपको यूएई के एयरपोर्ट से ही वापस भारत आना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि टूरिस्ट वीसा के दुरुपयोग को रोकने के लिए यूएई ने अब सख्ती कर दी है. यात्रियों की गहन छानबीन एयरपोर्ट पर की जा रही है. इन दोनों शर्तों को पूरा न करने वाले कई यात्रियों को दुबई और अबू धाबी एयरपोर्ट से वापस भारत भेजा भी गया है.
तमिलनाडु और केरल के एयरपोर्ट से जहाज पकड़कर यूएई जाने वाले ऐसे यात्रियों की गहनता से छानबीन की जा रही है, जो पहली बार यूएई आए हैं. दुबई और अबू धाबी एयरपोर्ट पर अब खूब सख्ती है. साथ ही इन दोनों शर्तों को पूरा न करने वाले कई यात्रियों को एयरपोर्ट से ही वापस भारत भेजा गया है. इस समय मिडल-ईस्ट की यात्रा करने वालों की संख्या काफी बढ गई है. इस वजह से किराये में भी वृद्धि हो गई है.
वहीं, एयरलाइंस कंपनियों ने भी अकेले यात्रा करने वाले टूरिस्ट वीसाधारक 20 से 35 साल के यात्रियों की चेकिंग भी कड़ी कर दी है ताकि उन्हें डिपोर्ट होने से बचाया जा सके. अगर कोई देश किसी यात्री को डिपोर्ट करता है तो उसे उसके मूल देश वापस लाने की जिम्मेदारी उसे ले जाने वाली एयरलाइंस की ही होती है. इसी वजह से तमिलनाडु और केरल के एयरपोर्ट्स पर चेक-इन में ज्यादा वक्त लग रहा है.
वास्तविक टूरिस्ट को नहीं दिक्कत
ट्रैवल और टूर ऑपरेटर्स ने भी अब यात्रियों को यूएई इमिग्रेशन द्वारा की गई सख्ती से अवगत कराना शुरू कर दिया है और सभी नियम और शर्तों को पूरा करके ही यात्रा करने की सलाह दे रहे हैं. चेन्नई मेट्रो ट्रैवल्स के बशीन अहमद ने बताया, “यूएई ने सख्ती इसलिए की है क्योंकि कुछ लोग यूएई में टूरिस्ट वीसा की आड़ में काम करने जा रहे हैं. कुछ लोग अपनी रिटर्न टिकट कैंसिल कर देते हैं और यूएई में ही रुक जाते हैं. वास्तविक पर्यटकों, फैमिली और ग्रुप ट्रैवलर को कोई दिक्कत नहीं है.”