इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-2211 से वाराणसी जा रहे 174 मुसाफिरों के साथ दो बच्चे अपनी-अपनी सीट पर बैठ चुके थे. निर्धारित समय से कुछ मिनटों की देरी के बाद फ्लाइट के पायलट ने यात्रियों को बताया कि जल्द ही वे वाराणसी के लिए उड़ान भरेंगे. इसी के साथ, विमान के इंजन स्टार्ट हुए और विमान टैक्सी करता हुआ रन-वे की तरफ बढ़ चला.
इसी बीच, प्रोसीजर के तहत एक एयर होस्टेस विमान के टॉयलेट को चेक करने के लिए गई. टॉयलेट के भीतर जाते ही उसे वॉश बेसिन पर एक नैपकिन पड़ा हुआ दिखा, जिसमें ‘bomb@5.30’ लिखा हुआ था. यह देखते ही एयर होस्टेज के होश फाख्ता हो गए. एयर होस्टेस ने तत्काल टॉयलेट को लॉक किया और पीए सिस्टम से पायलट को पेपर में लिखी इबारत के बारे में बताया.
वहीं, पायलट ने अपनी घड़ी में देखा तो 5.30 बजे में कुछ ही मिनट शेष थे. पायलट ने तत्काल इस बाबत एयर ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर और एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इसकी जानकारी दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एटीसी ने विमान को तत्काल आइसोलेशन वे ले जाने के आदेश दिए. जिसके बाद, यह विमान रन-वे की दिशा को छोड़कर आइसोलेशन वे की तरफ मुड़ गया.
देखते ही देखते, एयरसाइट पर सीआईएसएफ, दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस की गाडि़यां एक-एक कर मौके पर पहुंच गईं. अब 5:30 बजने को ही थे. अब पायलट के पास इतना समय नहीं था कि वह यात्रियों को एक-एक कर गेट से बाहर निकलने दे. लिहाजा इमरजेंसी गेट सहित आठों गेट खोल दिए गए. इमरजेंसी गेट खुलते ही स्लाइड बैलून खुल गया.
मौजूद थे एयरपोर्ट के करीब 150 ऑफिसियल
कुछ ही समय में विमान से सभी 174 यात्रियों और क्रू मेंबर्स को बाहर निकाल लिया गया था. आपाधापी के बीच विमान से निकले यात्रियों ने देखा कि उनके चारों तक सीआईएसएफ के कमांडो और डॉग स्क्वायड के कुत्ते खड़े हैं. कुछ ही दूरी पर पोर्टेबल डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाया जा रहा है. साथ ही, एक्सरे मशीन सहित अन्य उपकरण भी मौके पर मौजूद हैं.
उन्होंने देखा कि सीआईएसएफ के कमांडोज को मिलाकर करीब 150 एयरपोर्ट ऑफिसियल मौके पर मौजूद थे. यह नजारा किसी भी मुसाफिर के माथे पर सिकन लाने के लिए काफी था. इसके बाद, एक-एक कर सभी मुसाफिरों की जांच शुरू की गई. किसी मुसाफिर के पास से कुछ नहीं निकला. इसके बाद, विमान के केबिन में मौजूद हैंड बैग का एक्सरे शुरू किया गया.