टाटा मोटर्स (Tata Motors) के स्वामित्व वाले ब्रिटिश ऑटोमोबाइल ब्रांड जगुआर लैंड रोवर (Jaguar Land Rover) ने पहली बार ब्रिटेन से बाहर निकलने का फैसला किया है. कंपनी की चाहती कार रेंज रोवर (Range Rover) अब भारत में ही बनेगी. अभी तक रेंज रोवर को ब्रिटेन में ही बनाकर पूरी दुनिया में एक्सपोर्ट किया जाता है. इस वजह से टाटा मोटर्स का मालिकाना हक होने के बावजूद यह कार भारत में महंगी पड़ती है. अब देश में ही प्रोडक्शन शुरू हो जाने से इसके रेट में भारी कमी आ जाएगी. ऐसा बताया जा रहा है कि रेंज रोवर की कीमत लगभग 20 फीसदी कम हो जाएगी.
15 से 90 लाख रुपये तक सस्ते हो जाएंगे मॉडल
भारत में रेंज रोवर के मॉडल 68 लाख से शुरू होकर 4.5 करोड़ रुपये तक पड़ते हैं. यदि कीमतों में 20 फीसदी की कमी आती है तो यह मॉडल 15 से 90 लाख रुपये तक सस्ते हो जाएंगे. जगुआर लैंड रोवर के मुताबिक, वह पुणे प्लांट में रेंज रोवर के सभी मॉडल की असेंबली शुरू करेगी. इसके बाद कार की कीमतों में 18 से 22 फीसदी तक कमी आ सकती है. कंपनी ने बताया कि रेंज रोवर स्पोर्ट की डिलिवरी भी इसी साल अगस्त से शुरू हो सकती है.
जगुआर लैंड रोवर पर लोगों का भरोसा होगा मजबूत
टाटा ग्रुप (Tata Group) के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) ने कहा कि देश में ही प्रोडक्शन शुरू होने से जगुआर लैंड रोवर को लेकर लोगों का भरोसा और मजबूत होगा. यह हमारे लिए एक खास मौका है. हमें देश में ही रेंज रोवर सीरीज का प्रोडक्शन शुरू करने को लेकर गर्व महसूस हो रहा है. हमें पूरी उम्मीद है कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो जाने के बाद रेंज रोवर की सेल और बढ़ेगी.
भारत में 81 फीसदी उछली जेएलआर की सेल
जगुआर लैंड रोवर इंडिया के एमडी राजन अंबा ने बताया कि यह बड़ा कदम है. जेएलआर पहली बार ब्रिटेन से बाहर कहीं प्रोडक्शन शुरू करने जा रही है. कीमतें कम होने से हमें ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स तक पहुंचने में फायदा होगा. रेंज रोवर सीरीज लगभग 54 सालों से शानदार प्रदर्शन करती रही है. कंपनी के इस फैसले से पता चल रहा है कि भारत का मार्केट कितना तेजी से महंगी कारों को स्वीकार रहा है. पिछले वित्त वर्ष में जेएलआर ने भारत में 4,436 कारें बेचीं हैं. कंपनी की सेल्स में लगभग 81 फीसदी का उछाल आया है.