भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में लगातार तीसरे हफ्ते कमी दर्ज की गई है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार में 2.41 अरब डॉलर की कमी आई है. यह घटकर 637.92 अरब डॉलर रह गया है. फॉरेन करेंसी एसेट में यह गिरावट डॉलर के मुकाबले फॉरेक्स रिजर्व में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं के मूल्य में उतार एवं चढ़ाव को दर्शाती है.
5 अप्रैल को छुआ था सर्वकालिक उच्च स्तर
आरबीआई ने शुक्रवार को जानकारी दी कि 26 अप्रैल को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.412 अरब डॉलर घटकर 637.922 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया. यह लगातार तीसरी गिरावट है. पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार 2.28 अरब डॉलर घटकर 640.33 अरब डॉलर रह गया था. कई हफ्तों की उछाल के बाद 5 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 648.562 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. इससे पिछला रिकॉर्ड सितंबर, 2021 में हासिल हुआ था, जो कि 642.453 अरब डॉलर का था. यह रिकॉर्ड इसी साल मार्च में टूट गया था.
फॉरेन करेंसी एसेट में आई गिरावट
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 26 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में फॉरेन करेंसी एसेट (Foreign Currency Assets) 1.159 अरब डॉलर घटकर 559.701 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया है. फॉरेन करेंसी एसेट को विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख हिस्सा माना जाता है. इसमें यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर अमेरिकी मुद्राओं का मूल्य आंका जाता है.
गोल्ड रिजर्व भी घट गया
आरबीआई ने कहा कि सप्ताह के दौरान गोल्ड रिजर्व (Gold Reserves) 1.275 अरब डॉलर घटकर 55.533 अरब डॉलर रह गया. केंद्रीय बैंक ने कहा कि स्पेशल ड्राइंग राइट्स (Special Drawing Rights) 1.5 करोड़ डॉलर से बढ़कर 18.048 अरब डॉलर हो गए. आरबीआई ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ (IMF) के साथ भारत की रिजर्व पोजीशन भी 80 लाख डॉलर बढ़कर 4.639 अरब डॉलर हो गई है.