नई दिल्ली। जम्मू के किश्तवाड़ जिले के सुदूर होन्ज़र इलाके में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चोसिटी गाँव में हुए भीषण बादल फटने से दो सीआईएसएफ जवानों समेत कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और अब तक 65 लोगों को बचाया गया है। 200 से ज़्यादा लोग लापता हैं। इस घटना के बाद अचानक बाढ़ आ गई और बड़े पैमाने पर तबाही मची।
हादसा उस समय हुआ जब हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के लिए किश्तवाड़ में पड्डर सब-डिवीजन में चशोटी गांव पहुंचे थे। यह यात्रा का पहला पड़ाव है। बादल वहीं फटा है, जहां से यात्रा शुरू होने वाली थी। यहां श्रद्धालुओं की बसें, टेंट, लंगर और कई दुकानें थीं। सभी बाढ़ के पानी में बह गए।
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया कि मचैल माता यात्रा के आरंभ स्थल, किश्तवाड़ के चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक सुनील कुमार शर्मा से एक ज़रूरी संदेश मिलने के बाद अभी-अभी किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की।
चोसिटी इलाके में भीषण बादल फटा है, जिससे भारी जनहानि हो सकती है। प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है, बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है।