बार-बार यातायात नियम तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई
दस से अधिक बार नियम तोड़ने पर पंजीयन निरस्ती वाले 29 वाहन होंगे जप्त
कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न
इंदौर। इंदौर में यातायात व्यवस्था को सशक्त, वैज्ञानिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। आज कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्टर कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक प्रबंधन, ई-चालान की प्रभावशीलता और यातायात नियमों के कड़ाई से पालन से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री दिव्यांक सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री आर.पी.अहिरवार, यातायात पुलिस, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम एवं अन्य संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
100 चौराहों पर होंगे आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल
बैठक में बताया गया कि वर्तमान में शहर के 39 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। अब इस संख्या को बढ़ाकर 100 किया जाएगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिए कि नए सिग्नलों की स्थापना के लिए शीघ्र टेंडर आमंत्रित किए जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि पुराने व बार-बार खराब होने वाले सिग्नलों को हटाकर नए तकनीकी सिग्नल लगाए जाएं। इन सिग्नलों की सतत् कार्यशीलता सुनिश्चित करने के लिए सौर ऊर्जा या बैटरी बैकअप जैसी वैकल्पिक विद्युत आपूर्ति व्यवस्था भी की जाए।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया कि शहर के प्रत्येक चौराहे पर ट्रैफिक दबाव के आधार पर सिग्नलों की टाइमिंग निर्धारित की जाए। यह निर्णय यातायात की सुगमता,दुर्घटनाओं में कमी और वाहन चालकों की सुविधा के दृष्टिकोण से लिया गया है।
बैठक में बताया गया कि ऐसे 29 वाहन, जिनके विरुद्ध 10 से अधिक बार यातायात नियम उल्लंघन के मामले दर्ज हैं, उनके पंजीयन निरस्त किए गए हैं और अब उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह निर्णय लिया गया कि आगामी समय में 5 से अधिक उल्लंघन पर भी पंजीयन निरस्त किए जाएंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि ई-चालान वसूली की व्यवस्था को नए सिरे से और अधिक प्रभावशाली बनाया जाए। इसके तहत अब चालान की राशि अगले प्रमुख चौराहे पर वसूली जाये। प्रारंभ में दो से तीन चौराहों पर यह व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू की जाएगी, जिसे बाद में शहरभर में विस्तारित किया जाएगा।
ई-रिक्शा संचालन को व्यवस्थित करने के लिए यातायात पुलिस को सुव्यवस्थित संचालन हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से राजबाड़ा क्षेत्र में प्रतिबंध का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये गए।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अवैध रूप से संचालित बस स्टेण्डों पर अगले 7 दिनों में विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए। किसी भी बस को अवैध रूप से सड़क किनारे यात्रियों को बैठाने की अनुमति नहीं होगी और ऐसे वाहनों को वैकल्पिक निर्धारित स्थल पर स्थानांतरित किया जाएगा।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने सभी निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा समिति की पूर्व अनुमति के बिना कोई भी स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया जाए। यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित इंजीनियर पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और देयकों के भुगतान को आर्थिक अनियमितता की श्रेणी में लिया जाएगा।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि ट्रैफिक जवानों की सक्रिय उपस्थिति हर चौराहे पर सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही लेफ्ट टर्न सुधार कार्यों में तेजी लाने और चिन्हित ‘ब्लैक स्पॉट्स’ पर त्वरित सुधारात्मक कार्य शुरू करने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि यातायात व्यवस्था में तकनीकी दक्षता लाने के लिए नगर निगम, स्मार्ट सिटी और अन्य एजेंसियाँ विशेषज्ञों की मदद लें और संसाधनों में वृद्धि करें।