पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना से पिछड़ा वर्ग के 2 युवाओं को जापान में नौकरी करने का मौका मिला है। यह युवक प्रदेश के छोटे कस्बों के हैं।
नर्मदापुरम जिले की तहसील सोहागपुर के ग्राम रेवावनखेड़ी के सौरभ कुमार विश्वकर्मा और छिंदवाड़ा जिले की तहसील चौरई के ग्राम माचीबाड़ा के दीनदयाल सनोडिया का जापान के ओसाका शहर में नौकरी के लिए चयन हुआ है। इमेशिग कंपनी लिमिटेड ने इन युवाओं को प्रतिमाह एक-एक लाख रूपये की राशि के वेतन पर नौकरी दी है।
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग ने हाल ही में पिछड़ा वर्ग के युवाओं को विदेश में नौकरी देने के लिए अभिनव योजना शुरू की है। योजना के अच्छे परिणाम सामने आने लगे हैं। सौरभ और दीनदयाल बताते है कि उन्होंने योजना में चयन होने के बाद भोपाल के पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के राज्य स्तरीय रोजगार एवं प्रशिक्षण केन्द्र में जापानी भाषा का गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद इन्होंने जापान सरकार द्वारा ली जाने वाली लेंग्वेज परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया। इसके बाद इन युवाओं को जापान की नियोक्ता कंपनी की मांग अनुसार विशेष कौशल में प्रशिक्षित किया गया।
योजना में पहले चरण के बैच में 30 उम्मीदवारों में से 24 उम्मीदवारों ने जापान सरकार द्वारा ली जाने वाली लेंग्वेज परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। इन युवाओं को भी नौकरी के लिए जापान भेजने की विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जापान में हेल्थ केयर और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में रोजगार की अच्छी संभावना है। योजना में चयनित युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है। पिछड़ा वर्ग के व्यक्तियों को विदेशों में रोजगार की अभिनव योजना दिसम्बर-2022 में विभाग द्वारा प्रारंभ की गई। इसमें विदेशी भाषा के प्रशिक्षण और कौशल प्रशिक्षण के साथ विदेशों में रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था है। विभाग ने वर्ष 2023-24 के लिये 200 व्यक्तियों के प्रशिक्षण के लिये विभागीय बजट में 50 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है।