नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा पर्यावरण परिसर में एक्यूफर प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित की गई। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री भरत यादव ने कहा कि कार्यशाला का लक्ष्य है कि प्रथम चरण में एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में एक्यूफर प्रबंधन प्लान तैयार कर ग्राउण्ड वाटर के स्टोरेज में वृद्धि करना है, ताकि भारत सरकार के मन्तव्य अनुसार शहरों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके।
कार्याशाला में, एक लाख से अधिक आबादी बाले 33 अमृत शहरों में एक्यूफर मैनेजमेंट प्लान, नगरीय क्षेत्रों में वाटर रिसोर्स, जीआईएस की उपयोगिता, वेलइन्वेन्ट्री और सोर्स सस्टेनेबिलिटी ऑफ ग्राउण्ड वाटर रिसोर्स विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यशाला में नगरीय प्रशासन एवं विकास के प्रमुख अभियंता श्री सुरेश सेजकर, अधीक्षण यंत्री श्री राजीव गोस्वामी, कार्यपालन यंत्री श्री राकेश रावत, श्री रवि चतुर्वेदी, विषय विशेषज्ञ के तौर पर वैज्ञानिक चितरंजन बिसवाल, डॉ. राकेश दुबे, सुश्री डॉ. अनखा अजई एवं डॉ. ईश्वरदास ने भी अपने विचार व्यक्त किए।